तेरा वैभव अमर रहे माँ , हम दिन चार रहें न रहें .. - अमित श्रीवास्तव ( चित्र : webduna से साभार )
...Coming across different shades of life, compels to think in more colours... dream in many worlds! So, my posts reflect that departure n variation! एक विद्रोही की यात्रा...