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Showing posts from May, 2009

निर्वाणषटकम

मनोबुध्यहंकार चिताने नाहं । न च श्रोतजिव्हे न च घ्राणनेत्रे । न च व्योमभूमी न तेजू न वायु । चिदानंदरुप शिवोहं शिवोहं ॥ १ ॥ न च प्राण संज्ञो न वै पंचवायुः । न वा सप्तधातुर्न वा पंचकोश । न वाक् पाणी पादौ न चोपस्य पायु । चिदानंदरुप शिवोहं शिवोहं ॥ २ ॥ न मे द्वेष रागो न मे लोभ मोहौ । मदे नैव मे नैव मात्सर्यभाव । न धर्मो न चार्थो न कामो न मोक्ष । चिदानंदरुप शिवोहं शिवोहं ॥ ३ ॥ न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दुःखम् । न मंत्रो न तीर्थ न वेदा न यज्ञाः । अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता । चिदानंदरुप शिवोहं शिवोहं ॥ ४ ॥ न मे मृत्यू न मे जातीभेदः । पिता नैव मे नैव माता न जन्मः । न बंधुर्न मित्रं गुरू नैव शिष्यः । चिदानंदरुप शिवोहं शिवोहं ॥ ५॥ अहं निर्विकल्पो निराकार रूपो । विभुत्वाच्च सर्वत्र सर्वेंद्रियाणां । सदा मे समत्वं न मुक्तिर्न बंध । चिदानंदरुप शिवोहं शिवोहं ॥ ६ ॥ - द्वारा आदिगुरू श्री शंकराचार्य

तुम्हारे जाने के बाद

बहुत सुंदर था तुम्हारा साथ, दिल को बड़ा शुकून था और हाथों में थे हाथ. सपने जो अपने थे कि चलेंगे साथ साथ. और जब, तुम नहीं हो आज सब कुछ वैसा ही है तुम्हारे बाद. खुश हूँ की उम्मीदों को आराम है अब, और तन्हाई ने पता बताया है अब. चलना तो है ही राह- ए- जिंदगी पे हमसफ़र कोई भी हो, मंजिल तो एक ही है अब. चैन से जीने की चाह हमे नहीं थी, चैन से तो सोना ही है मौत के बाद. चले तो अकेले ही थे, फिर से हो गया है तन्हाईओं का साथ. तुम हो या ये दुनिया है, पता चला है तुम्हारे जाने के बाद. सपने अब हकीकत के आने लागे हैं, दुनिया मिल गयी है तुम्हारे जाने के बाद. पूछो हमे या ना पूछो, याद भी चाहे मत करना, हम खुश थे तुम्हारे साथ, लेकिन मुस्कुराये तुम्हारे बाद तुम्हे मुबारक हो सुख चैन की जिंदगी और जिंदगी का जोड़ तोड़, हम चलेंगे ऐसे ही दीवानगी के साथ फिकर ना करना हमारी, खुश हैं तुम्हारे बाद. अमित श्रीवास्तव , १७ मई २००९ © अमित Amit

Is the times of India a rouge news paper?

As we know, major media houses are in hands of communists and congressmen. This fact controls the behavior of public opinion in county at much larger scale. They have been always promoting the weathered ethical values in respect of Indian tradition. News and opinions are always far from reality in most of crucial cases, even we count the upper strata of English speaking Indians. Metro centered media houses are only concern with big cities and celebrities. While major social, economical and development issues get space in once in blue moon, those too in some narrow corner strip. The Hindu is exception to this trend; however it is highly biased for left ideology । When communists kill people, The Hindu supported them openly in Nandigram incident. For time being we can forget their political inclination in order to look at their ethical stand. I found the times of India stand at top with all rubbish, non ethical news on its front page. Yesterday that is 10 May 2009, the front ...

दुआ माँगी तो दर्द मिला

दुआ माँगी तो दर्द मिला, बहार निकले तो मौसम सर्द मिला. चाह थी दुनिया भर के प्यार की, मतलब के लोग मिले और प्यार का आसमान जर्द मिला. यूँ ही दरियादिल बनने चला था मैं, मुझे जो भी मिला, खुदगर्ज़ मिला! - अमित श्रीवास्तव, १ मई २००९ I did ask for blessings (English translation by author himself.) ---------- I did ask for blessings, but received only pain. when I came out, the weather got cold. I was trying to spread the love around the world, Got the people of means, Found the livid sky of love. I just came to make the flush of affection, In response what I got; got selfish! - Amit Srivastava, 1st May 2009 © अमित Amit